मैं कौन हूँ मैं कौन हूँ
तुमने हाथ दोस्ती का बढ़ाया ही नहीं मैं तेरे लिए सब कुछ छोड़ देता तुमने हाथ दोस्ती का बढ़ाया ही नहीं मैं तेरे लिए सब कुछ छोड़ देता
राधा रूप निरख जब कान्हा सुध बुध भूले बीती रात कमल दल फूले राधा रूप निरख जब कान्हा सुध बुध भूले बीती रात कमल दल फूले
धनंजय तुम रत्नों के ढेर पर बैठे देखा किये, मेरा तिरस्कार धनंजय तुम रत्नों के ढेर पर बैठे देखा किये, मेरा तिरस्कार
पर मेरी प्रीत..बस मेरी जीत पर मेरी प्रीत..बस मेरी जीत
तन कृष्णा कृष्णा है मन कृष्णा कृष्णा है तेरी प्रीत की तृष्णा है। तन कृष्णा कृष्णा है मन कृष्णा कृष्णा है तेरी प्रीत की तृष्णा है।